पितृ पक्ष, जिसे “श्राद्ध पक्ष” भी कहते हैं, भारतीय कैलेंडर के अनुसार एक विशेष अवधि होती है जिसमें पितरों को सम्मान और श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है। यह समय विशेषकर भाद्रपद माह की पूर्णिमा से लेकर आश्विन माह की अमावस्या तक होता है।
2024 में पितृ पक्ष की तिथियाँ इस प्रकार हैं:
- भाद्रपद पूर्णिमा: 17 सितम्बर 2024
- अमावस्या (पितृ अमावस्या): 2 अक्टूबर 2024
इस समय के दौरान, श्रद्धालु अपने पितरों को तर्पण, पिंडदान, और अन्य धार्मिक अनुष्ठान करके उनकी आत्मा की शांति और मोक्ष की कामना करते हैं। यह अवधि पितरों को श्रद्धांजलि देने और उनके प्रति कृतज्ञता प्रकट करने का एक महत्वपूर्ण समय होता है।
श्राद्ध पक्ष की सेवाओं के लिए संपर्क करें:
1. ब्राम्हण भोजन
2. तर्पण, विधिवत पूजन
3. पिंडदान, विधिवत पूजन
4. पितृ शांति – चतुर्दशी, अमावस्या, श्राद्ध पक्ष
1. घर बैठे भोग प्रसाद चढ़ाएं एवं प्राप्त करें अपने पते पर
2. खाटूश्याम, वृन्दावन, उज्जैन, ओम्कारेश्वर, नलखेड़ा – प्रसाद सेवा
3. मंगल शांति एवं भात पूजन – उज्जैन महाकालेश्वर
4. कालसर्प दोष निवारण – उज्जैन महाकालेश्वर
5. ऋणमुक्ति पूजा – उज्जैन महाकालेश्वर
6. पितृ शांति – उज्जैन महाकालेश्वर
7. अन्य पूजा – उज्जैन महाकालेश्वर
8. जल अभिषेक – उज्जैन महाकालेश्वर, ओम्कारेश्वर
9. रूद्र अभिषेक – उज्जैन महाकालेश्वर, ओम्कारेश्वर
10. पंचामृत अभिषेक – उज्जैन महाकालेश्वर, ओम्कारेश्वर
11. महामृत्युंजय जाप सवा लाख – उज्जैन महाकालेश्वर, ओम्कारेश्वर
12. तंत्र विद्या – नलखेड़ा बगुलामुखी माता जी
13. कोर्ट केस – नलखेड़ा बगुलामुखी माता जी
14. जमीन एवं संपत्ति केस – नलखेड़ा बगुलामुखी माता जी