प्राचीन समय में, भगवान श्रीराम के राज्य में अयोध्या के समीप एक नगर था, जिसमें राजा वैखानस राज करते थे। राजा बहुत ही धर्मपरायण और सत्यनिष्ठ थे। एक बार राजा को एक ऋषि ने बताया कि उनके पूर्व जन्म के पापों के कारण उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। राजा ने इन पापों से मुक्ति पाने के लिए उपाय पूछा। ऋषि ने कहा कि “आप मोक्षदा एकादशी का व्रत करें। इस व्रत से न केवल आप स्वयं, बल्कि आपके पूर्वजों को भी मोक्ष की प्राप्ति होगी।” राजा ने विधिपूर्वक मोक्षदा एकादशी का व्रत किया। इस व्रत के प्रभाव से राजा के सभी पाप समाप्त हो गए और उनके पूर्वजों को मोक्ष की प्राप्ति हुई। इस प्रकार, मोक्षदा एकादशी का व्रत करने से पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा और व्रत करने का विशेष महत्व है।